top of page
Legal Yojana

APPLICATION UNDER ORDER 23, RULE 1 C. P. C.

आदेश 23 के तहत आवेदन, नियम 1 सी.पी.सी.

के मामले में....................

सूट 'नंबर........................का 199.......................

के मामले में: -

अटल बिहारी ................... वादी

बनाम

सीडी ......................................... ............... प्रतिवादी

सबसे सम्मानपूर्वक शोएथ:

1. यह प्रस्तुत किया जाता है कि वर्तमान वाद ............ को हटाने के लिए स्थापित किया गया है, जिसे प्रतिवादी के रूप में अपेक्षित अनुमति प्राप्त किए बिना आरोपित किया गया है। ................... सीपीसी की धारा 92 के तहत निर्धारित है।

2. उक्त दोष के कारण वाद विफल हो जाएगा।

प्रार्थना

अत्यंत सम्मानपूर्वक प्रार्थना की जाती है कि आवेदक-वादी को वर्तमान वाद को वापस लेने की अनुमति दी जाए ताकि ............ की आवश्यक अनुमति प्राप्त करने के बाद उसी कारण के संबंध में एक मुकदमा दायर किया जा सके। ........ धारा 92 सीपीसी के तहत निर्धारित है।

उसी के अनुसार प्रार्थना की जाती है। आवेदक

अधिवक्ता के माध्यम से

जगह:....................

दिनांक:....................














शपत पात्र

अदालत में .........................................

सूट नंबर............ /200

के मामले में

अटल बिहारी .. वादी/याचिकाकर्ता

बनाम

सीडी............................................प्रतिवादी/प्रतिवादी

शपत पात्र

मैं................................................. ............... रहने वाली हो................................. ………………………………………….. ........ सत्यनिष्ठा से प्रतिज्ञान करते हैं और निम्नानुसार घोषित करते हैं: -

1. कि मैं …………………………… इस मामले में और इसलिए इस हलफनामे की शपथ लेने के लिए सक्षम हैं।

2. संलग्न आवेदन की सामग्री सत्य और सही है।

साक्षी

सत्यापन

इस पर ............................ पर सत्यापित है। ........................ के दिन ........................ ......... कि उपरोक्त शपथ पत्र की विषयवस्तु मेरी जानकारी में सत्य और सही है।

साक्षी

बिना न्यायालय की अनुमति के समान विषय के संबंध में नया वाद दायर करना

आदेश 23, नियम 1(3) और (4) और आदेश 2, नियम 2

आदेश 23, नियम 1 के उप-नियम (4) के तहत, जब वादी उप-नियम (3) के तहत परिकल्पित उसी विषय वस्तु के लिए नया मुकदमा दायर करने की अनुमति के बिना सूट से वापस ले लेता है, तो ऐसे वादी को कोई नया मुकदमा दायर करने से रोक दिया जाता है एक ही विषय के संबंध में।1

1. श्रीमती। निर्वाला बनाम हरि सिंह, एआईआर 2001 हिमाचल प्रदेश।


Download PDF Document In Hindi. (Rs.10/-)



0 views0 comments

Recent Posts

See All

APPLICATION UNDER ORDER 38, RULE 5, C. P. C

आदेश 38 के तहत आवेदन, नियम 5, सी.पी.सी. कोर्ट में............ 19 का सूट नं............................................. ..................

Comments


bottom of page