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Legal Yojana

Decree for Foreclosure (Order XXXIV, Rule 2)

फौजदारी के लिए डिक्री (आदेश XXXIV, नियम 2)



कोर्ट में ……..

सूट नंबर ……… 20……


इस पर आ रहा ये सूट ………. दिन, आदि; एतद्द्वारा यह घोषित किया जाता है कि वादी को वाद में उल्लिखित उसके गिरवी पर देय राशि की गणना इस …………… के दिन तक की जाती है। मूलधन के लिए …………………….. का योग है, उक्त मूलधन पर ब्याज के लिए ……… की राशि, रु. की राशि है। बंधक सुरक्षा के संबंध में वादी द्वारा उचित रूप से किए गए लागत, प्रभार और व्यय (मुकदमे की लागत के अलावा) के लिए, साथ में उस पर ब्याज, और रुपये की राशि ………। वादी को दिए गए इस वाद की लागतों के लिए, कुल मिलाकर रु..............


2. और इसके द्वारा निम्नानुसार आदेश और आदेश दिया जाता है:


(i) कि प्रतिवादी उस दिन या उससे पहले या बाद में अदालत में भुगतान करता है, जिसके भुगतान के लिए समय न्यायालय द्वारा उक्त राशि के लिए बढ़ाया जा सकता है …… ..


(ii) कि, इस तरह के भुगतान में और उसके बाद अदालत द्वारा तय की गई राशि से पहले भुगतान पर, या ऐसी राशि, ब्याज के साथ, यदि कोई हो, जैसा कि न्यायालय मुकदमे की ऐसी लागतों और ऐसी लागतों, शुल्कों और खर्चों के संबंध में देय हो सकता है जैसा कि 1908 के नागरिक प्रक्रिया संहिता अधिनियम V की पहली अनुसूची के आदेश XXXIV के नियम 7 के तहत देय हो, वादी अपने कब्जे में या गिरवी रखी गई संपत्ति से संबंधित शक्ति के सभी दस्तावेजों को अदालत में लाएगा और दस्तावेजों को प्रस्तुत करेगा। प्रतिवादी या ऐसे व्यक्ति को सौंप दिया जाएगा जिसे वह नियुक्त करता है और वादी यदि आवश्यक हो, तो उक्त बंधक से मुक्त उक्त संपत्ति की वसूली या पुन: हस्तांतरण करेगा और वादी या इसके तहत दावा करने वाले किसी भी व्यक्ति द्वारा बनाए गए सभी भारों से मुक्त होगा। उसे या कोई भी व्यक्ति जिसके तहत वह दावा करता है और बंधक या इस मुकदमे से उत्पन्न होने वाली सभी देनदारियों से मुक्त है और यदि आवश्यक हो तो प्रतिवादी को उक्त संपत्ति के शांत और शांतिपूर्ण कब्जे को सौंप देगा।


3. और इसके द्वारा आगे आदेश दिया जाता है, और यह आदेश दिया जाता है कि पूर्वोक्त भुगतान के चूक में, प्रतिवादी और उसके माध्यम से या उसके अधीन दावा करने वाले सभी व्यक्तियों को एतद्द्वारा संपत्ति के मोचन के सभी अधिकार से पूरी तरह से वंचित और बंद कर दिया जाता है। इसके साथ संलग्न अनुसूची में वर्णित है (और यदि प्रतिवादी उक्त गिरवी संपत्ति के कब्जे में है) कि प्रतिवादी वादी को उक्त गिरवी रखी गई संपत्ति का शांत और शांतिपूर्ण कब्जा प्रदान करेगा और यह कि प्रतिवादी का संपूर्ण दायित्व (2)(i) में उल्लिखित दिनांक वादपत्र में वर्णित उक्त बंधक से उत्पन्न होने वाली या इस वाद से उत्पन्न होने वाली तिथि को एतद्द्वारा उन्मोचित और समाप्त किया जाता है।


अनुसूची

(गिरवी रखी गई संपत्ति का विवरण)


Download PDF Document In Hindi. (Rs.10/-)



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