उच्च न्यायालय के समक्ष आवेदन में तेजी
न्यायपालिका के उच्च न्यायालय में ………………
सिविल विविध। आवेदन नहीं …………………...
(उच्च न्यायालय नियम के अध्याय VIII नियम 33 के तहत) अपीलकर्ता की ओर से।
में
द्वितीय अपील संख्या ……….20 की ………
ज़िला…………।
एमएस। ………………………. और अन्य ... प्रतिवादी/अपीलकर्ता।
बनाम
एमएस। …………………………वादी/प्रतिवादी
प्रति,
उक्त न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधीश और उनके अन्य साथी न्यायाधीश।
विनम्र अपीलकर्ता सबसे नम्रतापूर्वक निम्नानुसार दर्शाते हैं:
1. कि वादी-प्रतिवादी ने रुपये की वसूली के लिए एक मुकदमा दायर किया। ………../- इस आरोप पर कि अपीलकर्ताओं ने प्रतिवादियों की फर्म से ईंटें खरीदीं और उसका भुगतान नहीं किया।
2. यह कि अपीलकर्ताओं ने वाद की अनुरक्षणीयता के विरुद्ध भागीदारी अधिनियम की धारा 69 के बार सहित कई आधारों पर वाद का विरोध किया।
3. कि नीचे के दोनों न्यायालयों ने वादी-प्रत्यर्थियों के वाद का निर्णय किया है।
4. कि अपीलकर्ताओं ने वर्तमान द्वितीय अपील दायर की और माननीय न्यायालय ने अपील स्वीकार करने और अपने आदेश दिनांक ………20…….. द्वारा आक्षेपित निर्णय और डिक्री के संचालन पर रोक लगा दी।
5. कि ……….20……माननीय श्रीमान न्यायमूर्ति ………………… को …….. 20…… के स्थगन आदेश को खाली कर दिया और अपीलकर्ता को संपूर्ण डिक्री जमा करने का निर्देश दिया वर्तमान अपील की अनुमति के मामले में अपीलकर्ताओं के हितों के लिए कोई सुरक्षा उपाय किए बिना तीन महीने के भीतर राशि।
6. कि आदेश दिनांक ……..20………. वस्तुतः आक्षेपित डिक्री के निष्पादन के समान है और अपीलकर्ताओं को अपूरणीय क्षति में डालता है। यदि मामले की अंतिम सुनवाई जल्द से जल्द हो जाती है तो वर्तमान अपील निष्फल हो जाएगी।
7. यह न्याय के हित में उचित और समीचीन है कि माननीय। न्यायालय वर्तमान द्वितीय अपील की सुनवाई में तेजी लाने और इस प्रयोजन के लिए एक तिथि निर्धारित करने की कृपा कर सकता है।
प्रार्थना
इसलिए, यह सबसे सम्मानपूर्वक प्रार्थना की जाती है कि माननीय न्यायालय उपरोक्त द्वितीय अपील की अंतिम सुनवाई के लिए एक तिथि निश्चित करने की कृपा करें।
अपीलार्थियों की ओर से अधिवक्ता।
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