नंबर 36
निषेधाज्ञा निषेध उपद्रव
(शीर्षक)
ए.बी., उपरोक्त नामित वादी, निम्नानुसार कहते हैं:-
1. वादी [घर संख्या....., स्ट्रीट, कलकत्ता] का पूर्ण स्वामी है और इसके बाद हर समय इसका उल्लेख किया गया है।
2. प्रतिवादी [उसी गली में जमीन का एक भूखंड.....] का पूर्ण मालिक है, और सभी उक्त समयों पर था।
3............. के दिन ........ 19 ... को, प्रतिवादी ने अपने उक्त भूखंड पर एक बूचड़खाना बनाया, और अभी भी उसी का रखरखाव करता है; और उस दिन से लेकर आज तक उस में लगातार पशुओं को लाकर मार डाला गया है [और वादी के उस घर के साम्हने गली में लोहू और पशु को फेंक दिया है]।
4. परिणाम में वादी उक्त मकान को छोड़ने के लिए मजबूर हो गया है, और उसे किराए पर देने में असमर्थ रहा है।]
[जैसा कि फॉर्म नंबर 1 के पैरा 5 और 6 में है।]
7. वादी का दावा है कि प्रतिवादी को किसी और उपद्रव करने या अनुमति देने से निषेधाज्ञा द्वारा फिर से प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
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